sambhavnath bhagwan

“SHRI SAMBHAVNATH JI ARGH(श्री सम्भवनाथ जी अर्घ)”

जल चंदन तंदुल प्रसून चरु, दीप धूप फल अर्घ किया । तुमको अरपौं भाव भगतिधर, जै जै जै शिव रमनि…

4 months ago